The Basic Principles Of Reprogram Subconscious Mind
" ये रखो दो सौ और काफी पीकर निकलो। वरà¥à¤¨à¤¾ अà¤à¥€ पà¥à¤²à¤¿à¤¸ को बà¥à¤²à¤¾à¤Šà¤à¤—ा। यह दà¥à¤¬à¤ˆ है ।"
पिता की आà¤à¤–ों में नफ़रत और गले में गà¥à¤°à¥à¤°à¤¾à¤¹à¤Ÿ थी. होंठकà¥à¤ªà¥à¤ªà¥€ बने हà¥à¤ थे.
इसने फà¥à¤Ÿà¤ªà¤¾à¤¥ से गà¥à¥›à¤° रहे इतने लोगों में से मà¥à¤à¥‡ ही चà¥à¤¨à¤¾à¥¤ मैंने अपनी उमà¥à¤° और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤·à¥à¤ ा के बारे में सोचा। कितना गलत निशाना लगाया है इस दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥‡à¤–ी औरत ने। मैं मà¥à¤¸à¥à¤•à¥à¤°à¤¾à¤¯à¤¾à¥¤
"मà¥à¤à¥‡ दो सौ दिरहाम चाहियें। मैंने यह चार सौ में खरीदा था। सोना है।" उसने अपनी डगमगाती इंगलिश में कहा, और मेरे सामने अपनी डिबिया से निकाल कर à¤à¤• सिकà¥à¤•à¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾ सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¥€ लाकेट रख दिया। मैं जान गया था 'यह औरत वह नहीं, यह है।' मैं दो सौ दिरहाम की मार खा लूठतो à¤à¥€ बेवकूफ बनना कतई सà¥à¤µà¥€à¤•à¤¾à¤°à¥à¤¯ नहीं था।
मैने कल टीवी पर देखा उसका साहस, उसकी पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾. आपकी लड़की होनहार है."
दमिशà¥à¤• से होमà¥à¤¸ के लिठबड़ी सी खटारा पिक-अक से जाते हà¥à¤ मà¥à¤à¥‡ तीस साल पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¤¾ रेवाड़ी से सीहोर का रासà¥à¤¤à¤¾ याद आ गया। वही गेंहू की हरियाली थी, बस जैतून के पेड़ अलग थे। लगा, जीवन à¤à¤• है, और à¤à¤• होकर à¤à¥€ à¤à¤• नहीं है।
जैसे ही वह मà¥à¤à¥‡ इशारा करके à¤à¤Ÿ से सामने की गली में गई, मैं चलता चलता हवा में उलठगया। मैंने अपना सिर à¤à¤Ÿà¤•à¤¾à¥¤ ' ओहो, यह तो वह है।' उसकी उमà¥à¤°, उसका लिबास, और उसकी शखà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¤, उसके वेशà¥à¤¯à¤¾ होने के खिलाफ à¤à¤• ऊà¤à¤šà¥€ मगर अविशà¥à¤µà¤¸à¤¨à¥€à¤¯ दलील में बदल गये।
" पà¥à¤²à¤® की à¤à¤• टोकरी के लिठपंख का à¤à¤• बैग , पंख के à¤à¤• बैग के लिठफूलों का à¤à¤• गà¥à¤²à¤¦à¤¸à¥à¤¤à¤¾ , फूलों का à¤à¤• गà¥à¤²à¤¦à¤¸à¥à¤¤à¤¾ के लिठà¤à¤• सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ चेन , à¤à¤• सोने की चेन के लिठà¤à¤• कà¥à¤¤à¥à¤¤à¤¾ , सारी दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾ दे और ले जाता है , और कौन जानता है , लेकिन है कि मैं अà¤à¥€ तक मेरे à¤à¤ªà¥à¤ªà¤² गà¥à¤²à¤—à¥à¤²à¤¾ हो सकता है , " वह पर जलà¥à¤¦à¤¬à¤¾à¤œà¥€ के रूप में बूढ़ी औरत ने कहा . उसके बेर के पेड़ पà¥à¤²à¤® से à¤à¤°à¤¾ था के रूप में सही उसके पहले , वह सेब से à¤à¤°à¤¾ रूप में à¤à¤• सेब के पेड़ को देखा, और यकीन है कि परà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¥à¤¤ है कि वह à¤à¤• आधा दरà¥à¤œà¤¨ गज की दूरी पर नहीं गया था . यह दोनों à¤à¤• ही फली में मटर थे जितना उसे खà¥à¤¦ की तरह à¤à¤• घर के सामने हà¥à¤†, और घर के बरामदे पर à¤à¤• छोटे से पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ आदमी बैठे थे .
g. behaviorists) the principle of the unconscious mind has proved a source of considerable stress as it defies aim description, and is incredibly tough to objectively examination or evaluate.
कनॠको लगा उसे à¤à¤• खेवट मिल गया है और वह साहितà¥à¤¯ के गहरे समà¥à¤¦à¥à¤° में उतर गई।
Sigmund Freud failed to मैं हूठ५ बार बोलो specifically invent the concept of the acutely aware versus unconscious mind, but he get more info absolutely was liable for rendering it well known which was one among his key contributions to psychology.
जैसे बिलà¥à¤²à¥€ को लगता है चूहा मेरा à¤à¥‹à¤œà¤¨ है, कमीने गजà¥à¤œà¥‚ को लगता था औरत केवल मेरी वासना के लिठबनी है. à¤à¤¸à¤¾ लंपट की कोई बहिन- बेटी वाला अपने घर नहीं बà¥à¤²à¤¾ .
उसने मà¥à¤à¥‡ à¤à¤• दिन कहा था, "तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ जगह कोई और होता तो मà¥à¤à¥‡ लगता वह कह रहा है- सà¥à¤¨à¤¾ है तà¥à¤®à¥à¤¹à¤¾à¤°à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤•à¤¾ बहà¥à¤¤ सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° थी, मà¥à¤à¥‡ उसे à¤à¤• बार कबà¥à¤° से निकाल कर दिखा दो। पर तà¥à¤® इतने अचà¥à¤›à¥‡ इंसान हो कि मैं तà¥à¤®à¥à¤¹à¥‡à¤‚ अपने शहर का बचा हà¥à¤† पिंजर à¤à¤• दिन ज़रूर दिखाऊà¤à¤—ा।" और अब हम होमà¥à¤¸ जा रहे थे।
The tendency to decide to these patterns is 1 motive why habits is usually so tricky to interrupt. However, any time you figure out how to purposefully build this kind of styles, you'll be able to harness the power of routine and purposefully instill new ease and comfort zones to which your subconscious will adapt.